Author Topic: Petrol & Diesel & Gas prices  (Read 53454 times)

May 23, 2012, 06:55:19 PM
Reply #20

RAJ

  • Guest
पेट्रोल की कीमतों में 7.50 रुपए की बढ़ोतरी
Wednesday, May 23, 2012, 18:50
टैग्स:: पेट्रोल कीमत, भारी वृद्धि, तेल कंपनियां, 7.50 रुपए प्रति लीटर
Comments 0 Tweet
ज़ी न्यूज ब्यूरो

नई दिल्ली : पेट्रोल की दरों में 7.50 रुपए की बढ़ोतरी की घोषणा की गई है। यह अब तक की सबसे बड़ी बढ़ोतरी है। बढ़ी हुई दरें बुधवार मध्यरात्रि से लागू हो जाएंगी। इस बढ़ोतरी के खिलाफ वामपंथी दलों ने पूरे देश में विरोध प्रदर्शन करने की घोषणा की है। बढ़ोतरी के बाद देश के चार महानगरों में पेट्रोल की कीमतें निम्न प्रकार होंगी-

दिल्ली - 73.14 रुपए प्रति लीटर
मुंबई - 78.16 रुपए प्रति लीटर
कोलकाता - 77.53 रुपए प्रति लीटर
चेन्नई - 77.05 रुपए प्रति लीटर
लखनऊ - 77.32 रुपए प्रति लीटर

संसद का बजट सत्र मंगलवार को समाप्त होने के साथ ही इस बात के संकेत मिलने लगे थे कि तेल विपणन कंपनियां किसी भी समय पेट्रोल की कीमतों में भारी बढ़ोतरी का घोषणा कर सकती है। घटक दलों की नाराजगी के बावजूद सरकार पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी के लिए हरी झंडी दे दी।

वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी ने वित्त विधेयक पर संसद के दोनों सदनों में वित्तीय विधेयक पर हुई चर्चाओं का उत्तर देते हुए इस बात के संकेत दिए थे कि यदि कदम नहीं उठाए गए तो स्थिति बिगड़ सकती है। विदेशों में कच्चे तेल की कीमतों में फिलहाल नरमी का संकेत है, किंतु डालर के मुकाबले टूटते रुपए ने कंपनियों की चिंता को बढ़ा दिया है। देश में ईंधन की जरूरत को पूरा करने के लिए कुल मांग का करीब 70 प्रतिशत कच्चा तेल आयात किया जाता है। तेल कंपनियों का कहना है कि वर्तमान में पेट्रोल पर अंडर रिकवरी 7.17 रुपए है और इसमें स्थानीय करों को मिला दिया जाएगा तो कम से कम 8.60 रुपए प्रति लीटर की वृद्धि की जानी चाहिए।

तेल कंपनियां ने पेट्रोल की कीमत में एक दिसम्बर 2011 को अंतिम बार बढ़ोतरी की थी और इसके बाद उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और अरुणाचल प्रदेश की विधानसभाओं और अप्रैल में दिल्ली नगर निगमों के चुनाव फिर बजट सत्र की वजह से दाम नहीं बढ़ाए जा सके। हालांकि इस दौरान कंपनियों ने सरकार से दाम बढ़ाने की अनुमति मांगी थी, किंतु सरकार की तरफ से हरी झंडी नहीं मिली।

May 23, 2012, 08:51:48 PM
Reply #21

GURSHARAN NATT

  • B.SC,B.Ed, M.Ed
  • *****
  • Information Male Offline
  • Real Savvy
  • Posts: 1755
    • View Profile
wah mohan pyare mohan pyare

May 24, 2012, 06:01:31 PM
Reply #22

RAJ

  • Guest
ढाई से तीन रुपए तक घ्‍ाट सकते हैं पेट्रोल के दाम
नई दिल्‍ली/इंटरनेट डेस्क
Story Update : Thursday, May 24, 2012    2:44 PM
petrol price may be reduced by Rs two to three

देशभर में हुए प्रदर्शनों और विपक्षी दलों के 31 मई के प्रस्तावित देश बंद को देखते हुए यूपीए सरकार गुरुवार शाम तक पेट्रोल के दाम में ढाई से तीन रुपए की कटौती कर सकती है।

अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में हो रही कमी के कारण सरकार ये कदम उठा सकती है। वहीं, सूत्रों का कहना है कि अगर रुपए की कीमत में और गिरावट नहीं हुई तो 1.50 से 2 रुपए की कमी निश्चित है। इसमें टैक्स को जोड़ दिया तो पेट्रोल पंप पर ढाई से तीन रुपए तक की कमी होगी।

कांग्रेस केंद्रीय वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी की अध्यक्षता वाले मंत्रियों के अधिकार प्राप्त समूह की बैठक शुक्रवार को होगी जिसमें डीजल और रसोई गैस की कीमत बढ़ाने के मसले पर चर्चा होगी। तेल कम्पनियों का कहना है कि डीजल, मिट्टी के तेल और रसोई गैस की बिक्री से उन्हें हर रोज करीब 500 करोड़ रुपये का नुकसान हो रहा है सरकार मिट्टी के तेल पर 31 रुपये प्रति लीटर, डीजल पर 13.64 रुपये प्रति लीटर और रसोई गैस के प्रत्येक सिलेंडर पर 479 रुपये की सब्सिडी देती है।

उधर, कांग्रेस के फरमान पर अमल करते हुए पार्टी शासित राज्यों ने पेट्रोल पर लगाए जाने वाले टैक्स में कमी शुरू कर दी है। केरल और उत्तराखण्ड की सरकार ने वैट में कमी कर आम जनता को राहत देने की कोशिश की है। केरल में पेट्रोल 1 रूपए 63 पैसे सस्ता हो गया है जबकि उत्तराखण्ड में 1 रूपए 87 पैसे सस्ता हो गया है। केरल के मुख्यमंत्री ओमान चांडी ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को पत्र लिखकर पेट्रोल के दाम में बढ़ोतरी वापस लेने को कहा है। उत्तराखण्ड सरकार ने वैट में 25 फीसदी की कमी की है।

May 24, 2012, 06:03:27 PM
Reply #23

RAJ

  • Guest
पेट्रोल की बढ़ी कीमतों में कटौती संभव: सूत्र
Thursday, May 24, 2012, 14:19
टैग्स:: पेट्रोल के दाम, पेट्रोलियम पदार्थ, पेट्रोल कीमत में इजाफा, LPG
Comments 0 
नई दिल्ली: पेट्रोल की बढ़ी कीमतें कम हो सकती है। सूत्रों के हवाले से यह कहा जा रहा है कि कल यानी शुक्रवार को होनेवाली मंत्रिसमूह की बैठक में पेट्रोल की बढी कीमतों में कटौती का फैसला लिया जा सकता है। माना जा रहा है कि 2.50 रुपये प्रति लीटर की कमी की जा सकती है। सूत्रों के मुताबिक शुक्रवार को डीजल और रसोई गैस की कीमतों पर ईजीओएम की बैठक होने वाली है।


सूत्रों के मुताबिक पेट्रोलियम मंत्रालय चाहता है कि डीजल के दाम 5 रुपये प्रति लीटर बढ़ाए जाएं। एलपीजी सिलेंडरों में तो 400 रुपये तक का इजाफा करने का दबाव है।


इस बीच पेट्रोल के दामों में वृद्धि और बढ़ती महंगाई के खिलाफ एनडीए ने 31 मई को देशव्यापी बंद का आह्वान किया है। सरकार की सहयोगी तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने कहा है कि पेट्रोल के दाम में इतनी भारी बढ़ोतरी बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।

गौरतलब है कि पेट्रोल की कीमतों में प्रति लीटर साढे सात रुपए की वृद्धि की गई है।


May 25, 2012, 08:23:43 AM
Reply #24

RAJ

  • Guest
ऐसे हो जाता है 30 रुपये का पेट्रोल 75 रुपये लीटर!

    आईबीएन-7

Posted on May 24, 2012 at 08:21pm IST | Updated May 24, 2012 at 09:25pm IST


नई दिल्ली। तेल कंपनियां दो साल में 15 बार कीमतें बढ़ा चुकी हैं। जब अंतरराष्ट्रीय बाजार में प्रति बैरल तेल की कीमतें ऊंची थीं तब भी उनके पास कीमतें बढ़ाने का तर्क था और जब रुपया गिर रहा है तो भी उनके पास तर्क है क्योंकि वो डॉलर में तेल मंगाती हैं। सवाल है कि ऐसे में रास्ता क्या है। रास्ता गोवा ने दिखाया।

गोवा सरकार ने पेट्रोल पर अपना वैट कम कर दिया। वहां कीमतें बढ़ने से पहले पेट्रोल 66 रुपये का बिकता था। गोवा सरकार ने 11 रुपये वैट कम किया तो ये 55 रुपये पर आ गया। बुधवार को जब एक बार फिर पेट्रोल की कीमतों में बढ़ोतरी हुई तो उत्तराखंड ने भी अपने यहां वैट घटाया। पेट्रोल की कीमतों में यहां भी 1 रुपये 87 पैसे की कमी आई। साथ ही केरल ने भी वैट घटाकर पेट्रोल की कीमतों को एक रुपये 63 पैसे कम कर दिया।



देश भर के राज्यों में अलग-अलग पार्टियों की सरकारें हैं। जो सरकारें कांग्रेस की नहीं हैं वो केंद्र से पेट्रोल की कीमतें घटाने की गुजारिश कर रही हैं। सवाल है कि क्या वो अपने राज्य के लोगों को वैट कम करके राहत नहीं दे सकती। दिल्ली में पेट्रोल पर वैट 20 फीसदी है। उत्तर प्रदेश में 22 फीसदी, मध्यप्रदेश में 28.75 फीसदी, पंजाब में 27.5 फीसदी, राजस्थान में 26 फीसदी, हरियाणा में 20.5 फीसदी, महाराष्ट्र में 20 फीसदी, केरल में 29 फीसदी, आंध्र प्रदेश में 33 फीसदी, पश्चिम बंगाल में 27 फीसदी, ओडिशा में 19 फीसदी और गुजरात में 23 फीसदी है।



May 25, 2012, 08:24:58 AM
Reply #25

RAJ

  • Guest
पेट्रोल पर सितम ढा कर, डीजल पर करम क्यों है?

    आईबीएन-7

Posted on May 24, 2012 at 08:55pm IST | Updated May 24, 2012 at 09:25pm IST

Email
Print

नई दिल्ली। सब्सिडी खत्म करने की मुहिम में लगी केंद्र सरकार आखिर डीजल के दाम क्यों नहीं बढ़ाती? पेट्रोल से ज्यादा सरकार को डीज़ल पर सब्सिडी देनी होती है लेकिन फिर भी राजनीतिक वजहों से कोई भी सरकार डीजल पर हाथ नहीं डालती।

प्रति लीटर पेट्रोल पर सरकार को सब्सिडी देनी होती है आठ रुपये लीटर जबकि प्रति लीटर डीजल पर सरकार सब्सिडी देती है 13 रुपये 50 पैसे की। सवाल है कि सरकार बार-बार पेट्रोल के दाम क्यों बढा़ती है? डीजल गरीब का ईंधन है और कृषि क्षेत्र में इसका ज्यादा इस्तेमाल होता है। इसके अलावा माल ढोने वाले ट्रक भी डीजल पर चलते हैं और अगर सरकार डीजल की कीमत बढ़ाती है तो खाने-पीने से लेकर सभी चीजों के दाम बढ़ने का खतरा है। लेकिन क्या ये सोच सही है। जानकारों की मानें तो ज्यादा दिनों तक डीजल के दाम जबरन कम नहीं रखे जा सकते।

पेट्रोल पर सितम ढा कर, डीजल पर करम क्यों है?

सरकार के मुताबिक देश में 37 फीसदी डीजल का इस्तेमाल मालवाहक ट्रक करते हैं। 12 फीसदी डीजल बसों में लगता है जो आम आदमी की सवारी है। लेकिन 12 फीसदी डीजल की खपत निजी गाड़ियों में होती है जो आम आदमी की नहीं बल्कि अमीरों की सवारी है। ज्यादातर लंबी गाड़ियां और एसयूवी डीजल से चलती हैं। बाकि डीजल उद्योग धंधों, कृषि और ऊर्जा उत्पाद के क्षेत्र में इस्तेमाल होता है।




सच तो ये है कि कृषि क्षेत्र में भी अब कई ऐसे अमीर किसान हैं जिन्हें सब्सिडी की जरूरत नहीं लेकिन सरकार की नीति का वो सालों से फायदा उठा रहे हैं। कुल मिलाकर देखा जाए तो निजी कार मालिक और अमीर किसान मिलकर 17 से 18 फीसदी डीजल का इस्तेमाल कर रहे हैं वो भी बेहद कम कीमत पर।

सवाल उठना लाजिमी है कि आखिर सरकार गरीबों के नाम पर अमीरों को सब्सिडी क्यों दे रही है? अगर अमीरों को सस्ता डीजल मिलना बंद हो जाए तो सरकार सब्सिडी में खर्च होने वाली मोटी रकम बचा सकती है। फिर आखिर सरकार हाथ पर हाथ धरे क्यों बैठी है?


May 25, 2012, 08:26:05 AM
Reply #26

RAJ

  • Guest
ऐसे हो जाता है 30 रुपये का पेट्रोल 75 रुपये लीटर!

    आईबीएन-7

Posted on May 24, 2012 at 08:21pm IST | Updated May 24, 2012 at 09:25pm IST


नई दिल्ली। तेल कंपनियां दो साल में 15 बार कीमतें बढ़ा चुकी हैं। जब अंतरराष्ट्रीय बाजार में प्रति बैरल तेल की कीमतें ऊंची थीं तब भी उनके पास कीमतें बढ़ाने का तर्क था और जब रुपया गिर रहा है तो भी उनके पास तर्क है क्योंकि वो डॉलर में तेल मंगाती हैं। सवाल है कि ऐसे में रास्ता क्या है। रास्ता गोवा ने दिखाया।

गोवा सरकार ने पेट्रोल पर अपना वैट कम कर दिया। वहां कीमतें बढ़ने से पहले पेट्रोल 66 रुपये का बिकता था। गोवा सरकार ने 11 रुपये वैट कम किया तो ये 55 रुपये पर आ गया। बुधवार को जब एक बार फिर पेट्रोल की कीमतों में बढ़ोतरी हुई तो उत्तराखंड ने भी अपने यहां वैट घटाया। पेट्रोल की कीमतों में यहां भी 1 रुपये 87 पैसे की कमी आई। साथ ही केरल ने भी वैट घटाकर पेट्रोल की कीमतों को एक रुपये 63 पैसे कम कर दिया।



देश भर के राज्यों में अलग-अलग पार्टियों की सरकारें हैं। जो सरकारें कांग्रेस की नहीं हैं वो केंद्र से पेट्रोल की कीमतें घटाने की गुजारिश कर रही हैं। सवाल है कि क्या वो अपने राज्य के लोगों को वैट कम करके राहत नहीं दे सकती। दिल्ली में पेट्रोल पर वैट 20 फीसदी है। उत्तर प्रदेश में 22 फीसदी, मध्यप्रदेश में 28.75 फीसदी, पंजाब में 27.5 फीसदी, राजस्थान में 26 फीसदी, हरियाणा में 20.5 फीसदी, महाराष्ट्र में 20 फीसदी, केरल में 29 फीसदी, आंध्र प्रदेश में 33 फीसदी, पश्चिम बंगाल में 27 फीसदी, ओडिशा में 19 फीसदी और गुजरात में 23 फीसदी है।




May 25, 2012, 08:26:44 AM
Reply #27

RAJ

  • Guest

May 31, 2012, 04:24:47 PM
Reply #28

RAJ

  • Guest
आज रात पेट्रोल कीमतों में हो सकती है कटौती
Thursday, May 31, 2012, 09:59
टैग्स:: पेट्रोल कीमत, तेल कंपनियों की बैठक, कटौती का फैसला
Comments 0 
ज़ी न्यूज ब्यूरो
नई दिल्ली : देश की तेल विपणन कंपनियों की गुरुवार को होने वाली बैठक में पेट्रोल की कीमतों में कटौती करने का फैसला लिया जा सकता है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार उम्मीद है कि तेल कंपनियां पेट्रोल के दाम डेढ़ से दो रुपए प्रति लीटर तक कम कर सकती है।

इंडियन ऑयल कार्पोरेशन लिमिटेड, हिन्दुस्तान पेट्रोलियम कार्पोरेशन लिमिटेड और भारत पेट्रोलियम कार्पोरेशन लिमिटेड ने अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत में उछाल और डॉलर के मुकाबले रुपए के कमजोर पड़ने से एक सप्ताह पहले पेट्रोल की कीमत में 6.28 रुपए प्रति लीटर तक की बढ़ोतरी कर दी थी। बढ़ी हुई कीमत पर करों को मिलाकर यह बढ़ोतरी 7.54 रुपए प्रति लीटर हो गई।

मालूम को कि सरकार ने जून 2010 को पेट्रोल को प्रशासनिक मूल्य प्रणाली के दायरे से बाहर कर दिया था और इसके बाद से कंपनियां कच्चे तेल की कीमत और अन्य बातों को ध्यान में रखकर हर पखवाड़े दाम तय करती है। सरकार कंपनियों को डीजल, रसोई गैस और मिट्टी तेल पर लागत से कम कीमत पर बेचने से हो रहे नुकसान की भरपाई करती है।

June 02, 2012, 05:42:31 PM
Reply #29

LUBANA

  • -
  • *****
  • Information Male Offline
  • Real Savvy
  • Posts: 5101
  • LUBANA
    • View Profile
पेट्रोल की कीमत में दो रुपयेकी कमी                                                                       नई दिल्ली। तेल कंपनियों ने पेट्रोल की कीमतों में दो रुपये प्रति लीटर की कमी करने का फैसला किया है। नई कीमत शनिवार आधी रात से लागू होगी।
« Last Edit: June 02, 2012, 05:47:21 PM by LUBANA »

 

Affordable people can pay increased fuel prices

Started by Baljit

Replies: 4
Views: 593
Last post September 19, 2017, 04:40:42 PM
by Baljit