ऐसे हो जाता है 30 रुपये का पेट्रोल 75 रुपये लीटर! आईबीएन-7Posted on May 24, 2012 at 08:21pm IST | Updated May 24, 2012 at 09:25pm ISTनई दिल्ली। तेल कंपनियां दो साल में 15 बार कीमतें बढ़ा चुकी हैं। जब अंतरराष्ट्रीय बाजार में प्रति बैरल तेल की कीमतें ऊंची थीं तब भी उनके पास कीमतें बढ़ाने का तर्क था और जब रुपया गिर रहा है तो भी उनके पास तर्क है क्योंकि वो डॉलर में तेल मंगाती हैं। सवाल है कि ऐसे में रास्ता क्या है। रास्ता गोवा ने दिखाया।गोवा सरकार ने पेट्रोल पर अपना वैट कम कर दिया। वहां कीमतें बढ़ने से पहले पेट्रोल 66 रुपये का बिकता था। गोवा सरकार ने 11 रुपये वैट कम किया तो ये 55 रुपये पर आ गया। बुधवार को जब एक बार फिर पेट्रोल की कीमतों में बढ़ोतरी हुई तो उत्तराखंड ने भी अपने यहां वैट घटाया। पेट्रोल की कीमतों में यहां भी 1 रुपये 87 पैसे की कमी आई। साथ ही केरल ने भी वैट घटाकर पेट्रोल की कीमतों को एक रुपये 63 पैसे कम कर दिया।देश भर के राज्यों में अलग-अलग पार्टियों की सरकारें हैं। जो सरकारें कांग्रेस की नहीं हैं वो केंद्र से पेट्रोल की कीमतें घटाने की गुजारिश कर रही हैं। सवाल है कि क्या वो अपने राज्य के लोगों को वैट कम करके राहत नहीं दे सकती। दिल्ली में पेट्रोल पर वैट 20 फीसदी है। उत्तर प्रदेश में 22 फीसदी, मध्यप्रदेश में 28.75 फीसदी, पंजाब में 27.5 फीसदी, राजस्थान में 26 फीसदी, हरियाणा में 20.5 फीसदी, महाराष्ट्र में 20 फीसदी, केरल में 29 फीसदी, आंध्र प्रदेश में 33 फीसदी, पश्चिम बंगाल में 27 फीसदी, ओडिशा में 19 फीसदी और गुजरात में 23 फीसदी है।
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